नौवें महीने में नॉर्मल डिलीवरी के लिए सही पोषण बहुत महत्वपूर्ण होता है।गर्भावस्था की अवधि सामान्यतः 9 महीने (लगभग 40 हफ्ते) की होती है, जिसमें भ्रूण धीरे-धीरे विकसित होकर शिशु का रूप लेता है। इस समय मां का शरीर बच्चे के विकास और डिलीवरी के लिए तैयार हो रहा होता है। इस समय महिला को ऐसे भोजन का चयन करना चाहिए, जो न केवल ऊर्जा प्रदान करे, बल्कि संकुचन (Contractions) को भी आसान बनाए और शिशु के स्वास्थ्य को भी बनाए रखे।
नॉर्मल डिलीवरी (Normal Delivery) क्या है?
नॉर्मल डिलीवरी वह प्रक्रिया है जिसमें बिना किसी सर्जिकल हस्तक्षेप (जैसे सीज़ेरियन सेक्शन) के, गर्भवती महिला के गर्भाशय से शिशु का जन्म प्राकृतिक रूप से योनि के माध्यम से होता है। यह प्रक्रिया तीन चरणों में होती है:
- संकुचन (Labor): गर्भाशय में संकुचन शुरू होते हैं और गर्भाशय का मुंह धीरे-धीरे खुलता है।
- शिशु का जन्म: जब गर्भाशय का मुंह पूरी तरह खुल जाता है, तब शिशु को धकेल कर बाहर निकाला जाता है।
- प्लेसेंटा का बाहर आना: शिशु के जन्म के बाद प्लेसेंटा (जो शिशु को गर्भ में पोषण प्रदान करता था) बाहर आता है।
नौवें महीने में नॉर्मल डिलीवरी के लिए क्या खाना चाहिए:-
गर्भावस्था के नौवें महीने में नॉर्मल डिलीवरी के लिए फाइबर, प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, और तरल पदार्थ से भरपूर आहार लेना आवश्यक है। जानें, किन खाद्य पदार्थों से संकुचन आसान हो सकता है और शिशु का विकास बेहतर हो सकता है।
फाइबर युक्त भोजन (Fiber-Rich Foods):
इस समय कब्ज़ (Constipation) की समस्या सामान्य हो सकती है, इसलिए फाइबर से भरपूर आहार जैसे साबुत अनाज (Whole Grains), ओट्स, ताजे फल (Fresh Fruits), और हरी सब्जियाँ (Green Vegetables) खाना चाहिए। इससे पाचन तंत्र ठीक रहेगा और नॉर्मल डिलीवरी में आसानी हो सकती है।
प्रोटीन युक्त आहार (Protein-Rich Foods):
प्रोटीन शिशु के विकास के लिए आवश्यक है और गर्भवती महिला की ताकत भी बढ़ाता है। दालें (Lentils), पनीर (Paneer), दूध (Milk), अंडे (Eggs), और चिकन (Chicken) जैसे प्रोटीन युक्त आहार का सेवन करें।
आयरन और कैल्शियम (Iron and Calcium):
आयरन और कैल्शियम से युक्त आहार गर्भवती महिला और शिशु दोनों के लिए महत्वपूर्ण हैं। आयरन से हीमोग्लोबिन (Hemoglobin) का स्तर सही रहता है, जो संकुचन के दौरान ऊर्जा प्रदान करता है। पालक (Spinach), गुड़ (Jaggery), दूध (Milk), और दही (Curd) का सेवन करें।
तरल पदार्थ (Fluids):
शरीर को हाइड्रेट (Hydrate) रखना बहुत जरूरी है। पानी (Water), नारियल पानी (Coconut Water), और फलों का रस (Fruit Juices) पीना जारी रखें। यह संकुचन के दौरान मददगार साबित होगा और शरीर की ऊर्जा को बनाए रखेगा।
घी (Ghee):
पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार, नौवें महीने में घी का सेवन नॉर्मल डिलीवरी में सहायक हो सकता है। हालांकि, इसका सेवन सीमित मात्रा में और डॉक्टर की सलाह पर करें।
मेवे और बीज (Nuts and Seeds):
बादाम (Almonds), अखरोट (Walnuts), और अलसी के बीज (Flaxseeds) से ओमेगा-3 फैटी एसिड (Omega-3 Fatty Acids) मिलता है, जो शिशु के मस्तिष्क (Brain) के विकास के लिए जरूरी है।
हर्बल टी (Herbal Tea):
जैसे कि रास्पबेरी लीफ टी (Raspberry Leaf Tea) जो संकुचन में मदद कर सकती है, लेकिन इसे भी डॉक्टर की सलाह पर ही लें।
इन सभी आहारों के अलावा, गर्भवती महिला को नियमित रूप से डॉक्टर से संपर्क में रहना चाहिए और कोई भी नया आहार शुरू करने से पहले डॉक्टर से परामर्श (Consult) अवश्य करना चाहिए। साथ ही, मानसिक और शारीरिक आराम का भी ध्यान रखें।