भारत की कुल जनसंख्या 2024 में लगभग 1.45 अरब (145 करोड़) है।भारत की जनसंख्या पिछले कई दशकों से तेजी से बढ़ रही है। 1950 में भारत की जनसंख्या करीब 36 करोड़ थी, और यह आज 145 करोड़ तक पहुंच गई है। इस वृद्धि का कारण जन्म दर में कमी, जीवन की गुणवत्ता में सुधार, और चिकित्सा सुविधाओं में वृद्धि है।यहाँ भारत के 2024 के टॉप 10 सबसे अधिक जनसंख्या वाले शहरों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है:
1. दिल्ली (32.94 मिलियन)
- पूर्व जनसंख्या: 2011 में लगभग 16.8 मिलियन
- वृद्धि दर: 96%
- विवरण: दिल्ली भारत की राजधानी है और इसका विस्तार वृहद शहरीकरण और बढ़ती जनसंख्या के कारण हुआ है। दिल्ली का भौगोलिक क्षेत्र, आर्थिक अवसर और सरकारी सुविधाएं इसे भारत के सबसे बड़े शहरों में से एक बनाते हैं।
2. मुंबई (21.29 मिलियन)
- पूर्व जनसंख्या: 2011 में लगभग 12.4 मिलियन
- वृद्धि दर: 71%
- विवरण: मुंबई भारत का वित्तीय और मनोरंजन केंद्र है। यहाँ की वृद्धि का मुख्य कारण उच्च रोजगार अवसर और विकसित अवसंरचना है। मुंबई की जनसंख्या में लगातार वृद्धि हो रही है, विशेषकर आर्थिक विकास और प्रवास के कारण।
3. कोलकाता (14.85 मिलियन)
- पूर्व जनसंख्या: 2011 में लगभग 4.5 मिलियन
- वृद्धि दर: 230%
- विवरण: कोलकाता की जनसंख्या में अत्यधिक वृद्धि की वजह शहरीकरण और आसपास के क्षेत्रों का समावेश है। यह शहर भारतीय संस्कृति और इतिहास का महत्वपूर्ण केंद्र है और यहाँ पर काफी विकसित व्यापारिक क्षेत्र भी है।
4. बेंगलुरु (13.57 मिलियन)
- पूर्व जनसंख्या: 2011 में लगभग 8.4 मिलियन
- वृद्धि दर: 61%
- विवरण: बेंगलुरु, जिसे आईटी हब के रूप में जाना जाता है, ने अपने टेक्नोलॉजी सेक्टर के कारण तेजी से वृद्धि की है। यहाँ पर बहुत सारे स्टार्ट-अप्स और मल्टीनेशनल कंपनियाँ स्थित हैं, जो इस शहर की जनसंख्या में वृद्धि का कारण हैं।
5. चेन्नई (11.27 मिलियन)
- पूर्व जनसंख्या: 2011 में लगभग 8.6 मिलियन
- वृद्धि दर: 31%
- विवरण: चेन्नई दक्षिण भारत का प्रमुख वाणिज्यिक और सांस्कृतिक केंद्र है। यहाँ पर आईटी, ऑटोमोबाइल्स, और विनिर्माण उद्योग के कारण जनसंख्या में वृद्धि हुई है।
6. हैदराबाद (10.22 मिलियन)
- पूर्व जनसंख्या: 2011 में लगभग 6.8 मिलियन
- वृद्धि दर: 50%
- विवरण: हैदराबाद का IT और बायोटेक्नोलॉजी क्षेत्र ने इसे एक प्रमुख आर्थिक केंद्र बना दिया है। यहाँ पर प्रौद्योगिकी और शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर वृद्धि हो रही है, जो जनसंख्या वृद्धि में योगदान कर रही है।
7. पुणे (7.95 मिलियन)
- पूर्व जनसंख्या: 2011 में लगभग 3.1 मिलियन
- वृद्धि दर: 156%
- विवरण: पुणे का शैक्षिक और औद्योगिक विकास इस शहर की जनसंख्या में बढ़ोतरी का मुख्य कारण है। यहाँ पर कई प्रमुख विश्वविद्यालय और उद्योग हैं, जो प्रवासियों को आकर्षित करते हैं।
8. अहमदाबाद (7.45 मिलियन)
- पूर्व जनसंख्या: 2011 में लगभग 5.6 मिलियन
- वृद्धि दर: 33%
- विवरण: अहमदाबाद गुजरात का प्रमुख आर्थिक और वाणिज्यिक केंद्र है। यहाँ की वृद्धि के कारण इसमें व्यापार, उद्योग और शहरीकरण शामिल हैं।
9. जयपुर (6.61 मिलियन)
- पूर्व जनसंख्या: 2011 में लगभग 3.1 मिलियन
- वृद्धि दर: 113%
- विवरण: जयपुर, जिसे “पिंक सिटी” के नाम से जाना जाता है, का पर्यटन और व्यापारिक विकास इसके जनसंख्या वृद्धि में योगदान करता है। यहाँ की सांस्कृतिक धरोहर और विकासशील इंफ्रास्ट्रक्चर इसे तेजी से बढ़ते शहरों में शामिल करता है।
10. लखनऊ (6.25 मिलियन)
- पूर्व जनसंख्या: 2011 में लगभग 2.8 मिलियन
- वृद्धि दर: 123%
- विवरण: लखनऊ की जनसंख्या में तेजी से वृद्धि इसका शहरीकरण, व्यावसायिक अवसर और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के कारण हुई है। यह उत्तर प्रदेश की राजधानी है और यहाँ की प्रशासनिक गतिविधियों ने इसे एक महत्वपूर्ण शहर बना दिया है।