आज के युग में, संगीत की दुनिया में हिप हॉप का जलवा बढ़ता जा रहा है। भारत में भी, देसी हिप हॉप तेज़ी से लोकप्रिय हो रहा है हम उन 5 बेहतरीन देसी हिप हॉप कलाकारों का परिचय देंगे जिन्होंने अपनी रैपिंग, गीतों और संगीत शैली से दर्शकों का दिल जीत लिया है।
बोहेमिया
- बोहेमिया, जिनका असली नाम रोजर डेविड है, का जन्म 1979 में पाकिस्तान के सिंध प्रांत के कराची शहर में हुआ था। बचपन से ही संगीत के प्रति उनका रुझान था, और उन्होंने 1990 के दशक में रैप संगीत से परिचय प्राप्त किया।
- भारत में रैप का जनक 2002 में, बोहेमिया ने अपना पहला एल्बम “विच परदेशा दे” रिलीज़ किया, जो भारत में पहला रैप एल्बम था। इस एल्बम की सफलता ने उन्हें रातोंरास्टार बना दिया और उन्हें “देसी रैप का निर्माता” का खिताब दिलाया।
- प्रभाव और विरासत बोहेमिया ने भारतीय संगीत उद्योग पर एक अमिट छाप छोड़ी है। उन्होंने रैप संगीत को लोकप्रिय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और कई युवा कलाकारों को प्रेरित किया है आज भी कई आर्टिस्ट्स बोहेमिया को अपना इंस्पिरेशन मानते है
हनी सिंह
- हनी सिंह, जिनका असली नाम हिरदेश सिंह है, का जन्म 15 मार्च 1983 को पंजाब के होशियारपुर जिले में हुआ था। बचपन से ही उनका संगीत के प्रति रुझान था, खासकर रैप और हिप-हॉप म्यूजिक में उनकी दिलचस्पी थी।
- शिक्षा और करियर की शुरुआत हनी सिंह ने अपनी शुरुआती शिक्षा होशियारपुर में ही प्राप्त की। इसके बाद, उन्होंने संगीत की शिक्षा के लिए यूके चले गए। वहां रहते हुए उन्होंने रिकॉर्डिंग आर्टिस्ट और म्यूजिक प्रोड्यूसर के तौर पर काम करना शुरू किया।
- सफलता की उड़ान 2009 में, हनी सिंह ने अपना पहला एल्बम “गर्दिश” रिलीज़ किया। इस एल्बम ने उन्हें रातोंरात स्टार बना दिया और उन्हें “रैप के बादशाह” का खिताब दिलाया। “लुट गया”, “ब्रह्माकुमारी”, “मनमेरी”, “अंग्रेजी ठाठ” जैसे उनके गाने युवाओं के बीच खूब लोकप्रिय हुए।
डिवाइन
- विवियन विल्सन फर्नांडीस, जिन्हें उनके मंचीय नाम डिवाइन से जाना जाता है, उनका का जन्म 2 अक्टूबर 1990 मुंबई के आन्ध्री ,महाराष्ट्र में एक -कोंकणी परिवार में हुआ था। बचपन से ही संगीत के प्रति उनका रुझान था, खासकर हिप-हॉप और रैप म्यूजिक में उनकी दिलचस्पी थी।
- शिक्षा और करियर की शुरुआत डिवाइन ने अपनी शुरुआती शिक्षा मुंबई में ही प्राप्त की। इसके बाद, उन्होंने थिएटर और प्रदर्शन कला का अध्ययन किया।
- सफलता की उड़ान 2013 में, डिवाइन ने अपना पहला गाना “ये मेरा बॉम्बे” रिलीज़ किया, जो YouTube पर वायरल हो गया। इस गाने ने उन्हें रातोंरात पहचान दिलाई और उन्हें “मुंबई के रैप किंग” का खिताब दिलाया।
- प्रभाव और विरासत डिवाइन ने भारतीय रैप संगीत को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। उन्होंने कई युवा कलाकारों को प्रेरित किया है और रैप को भारत में एक लोकप्रिय संगीत शैली बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
कृष्णा
- कृष्णा का जन्म 4 अक्टूबर 1987 नई दिल्ली में हुआ था कृष्णा कौल, जिन्हें कृष्णा और पूर्व में यंगप्रोज़पेक्ट के नाम से जाना जाता है, एक भारतीय रैपर हैं। वह 2000 के दशक के मध्य में प्रोज़पेक्ट नाम से भारतीय हिप हॉप परिदृश्य में उभरने वाले शुरुआती रैपर्स में से एक थे|
शिक्षा और करियर की शुरुआत
- उन्होंने अपने बचपन का कुछ हिस्सा दक्षिण लंदन में बिताया, जहां उनका पालन-पोषण हुआ और कुछ वर्षों तक स्कूली शिक्षा हुई।उनकी सफलता का पहला मौका 2010 में ” कैसा मेरा देश ” संगीत वीडियो की रिलीज के साथ आया, जो यूट्यूब पर पहला भारतीय हिप हॉप गीत बन गया और यह रिलीज होने के बाद रातोंरात भारत में सबसे ज्यादा देखे जाने वाले संगीत वीडियो की सूची में नंबर दो पर पहुंच गया
रफ़्तार
जन्म 18 नवंबर 1988 को केरल के तिरुवनंतपुरम में जन्मे दिलिन नायर, जिन्हें हम सब रफ्तार के नाम से जानते हैं, हिंदी रैप संगीत के सितारे हैं।
- संगीत कैरियर संगीत दिलिन के जीवन का हमेशा से ही अहम हिस्सा रहा है। उन्होंने 17 साल की उम्र में रैप करना शुरू किया और धीरे-धीरे “स्वैग” और “ईगल” जैसे स्थानीय रैप समूहों में शामिल हो गए।2010 में, रफ्तार ने “मैं हूं रफ्तार” गीत से अपनी पहचान बनाई। यह गीत इतना लोकप्रिय हुआ कि उन्हें “किंग ऑफ रैप” का खिताब दिया गया।
- सफलता रफ्तार ने कई सफल गाने दिए हैं, जिनमें “बावरे”, “धीमे धीमे”, “चल बहे”, “अभनय” और “कृष्ण” शामिल हैं। उन्होंने “MTV Roadies” और “MTV Hustle” जैसे रियलिटी शो में भी जज के रूप में काम किया है।रफ्तार ने हिंदी रैप संगीत को लोकप्रिय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने युवाओं को प्रेरित किया है और उन्हें अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित किया है।